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Showing posts from August, 2012

उन्मुक्‍त-विचार

बोल वचन में ‘सिंघम’!

बोल वचन में ‘सिंघम’!

दान का ‘दानव’

गरूर अब नहीं चलने वाला ......

रेवड़ से कुछ बातें...

तानाशाही की ओर

धुआं... धुआं समझ!

बेनी के बेन...

संदेशे क्‍यों आते हैं....

भ्रष्टाचार पर भारी बेरोजगारी

जमीन तय नहीं और न्यौता दे आए सीएम

गरम हवा!

मैल और मैला!

झा की जगह कैलाश...!

सम असम मीडिया

दुनिया में सबसे ताकतवर वह है जो अकेला है....

सबकी ‘जय’ हो!

जैसे अण्णा, वैसे बाबा

श्रद्धा के दुश्मन

फिजूल का आसन!

घर की आग बुझ नहीं रही

एक गलती, हजार बातें!

बिना कोर्ट जाये सम्पत्ति का का मिलता है वारिसान सर्टिफिकेट

सजा की जगह मजा....

परिक्रमा पर सरकार

हथियार होती वसूली!