भारतीय मीडिया का मालिक कौन है?
भारतीय मीडिया का मालिक कौन है?
प्राच्य विषयों के प्रमुख जानकार और प्रसिद्ध विद्वान एन. एस. राजाराम ने अपनी खोज के आधार पर स्पष्ट किया है कि भारत का तथाकथित मीडिया बड़े पैमाने पर विदेशी शक्तियों द्वारा संचालित है। इस संबंध में उन्होंने एक विस्तृत सूची तैयार की है।
मलयालम मनोरमाः केरल का प्रमुख समाचार पत्र समूह केरल में कोच्चि स्थित मैथ्यू परिवार के नियंत्रण में है।
एनडीटीवीः इसे स्पेन स्थित गॉस्पेल्स ऑफ चैरिटी से आर्थिक सहायता प्राप्त होती है। हाल ही में पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने इस चैनल को पाकिस्तान में प्रसारित होने की छूट दी है, जिसके परिणामस्वरूप इस चैनल ने पाकिस्तान के प्रति नरम रवैया अपना रखा है। इसी के साथ एन.डी.टी.वी के स्वामी प्रणय राय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव प्रकाश करात के रिश्तेदार भी हैं।
सीएनएन/आईबीएन: इसे नाउदर्न बैपटिस्ट चर्च शत-प्रतिशत आर्थिक सहायता प्रदान करता है और समस्त विश्व में इसकी शाखाएँ हैं तथा इसका मुख्यालय अमेरिका में है। यह चर्च प्रति वर्ष अपने चैनल के विस्तार के लिए 800 मिलियन डॉलर खर्च करता है। भारत में इसके प्रमुख राजदीप सरदेसाई हैं।
टाइम्स ग्रुपः द टाइम्स ऑफ इण्डिया, मिड डे, नवभारत टाइम्स, स्टार डस्ट, फेमिना, विजय टाइम्स, विजय कर्नाटक, टाइम्स नॉव (24 घण्टे का समाचार चैनल) इस ग्रुप के प्रमुख पत्र-पत्रिकाएँ या चैनल हैं। इस ग्रुप का स्वामित्व बेनेट कोलमैन एण्ड कम्पनी लिमिटेड के पास है। इस ग्रुप को 80 प्रतिशत आर्थिक सहायता वर्ल्ड क्रिश्चियन कांउसिल द्वारा प्राप्त होती है और शेष 20 प्रतिशत एक अंग्रेज तथा एक इतालवी व्यक्ति द्वारा दी जाती है। इतालवी राबर्टियो मिण्डो श्रीमती सोनिया गाँधी का करीबी रिश्तेदार है।
स्टार टीवीः एक आस्ट्रेलियाई इसका संचालन करता है, जिसे मेलबार्न स्थित सेन्ट पीटर्स पोन्टीफिकल चर्च द्वारा सहायता प्राप्त होती है।
हिन्दुस्तान टाइम्सः मूलरूप में बिरला ग्रुप के स्वामित्व में था परन्तु अब यह टाइम्स ग्रुप के साथ सहयोग में चल रहा है।
द हिन्दूः 125 वर्ष पूर्व आरम्भ हुआ यह समाचार पत्र कुछ दिन पूर्व स्विटजरलैण्ड में बर्न की जोशुआ सोसायटी द्वारा अपने हाथ में ले लिया गया है।
द इण्डियन एक्सप्रेसः यह द इण्डियन एक्सप्रेस और द न्यू इण्डियन एक्सप्रेस नामक दो समूहों में विभाजित है। द न्यू इण्डियन एक्सप्रेस दक्षिण का संस्करण है। द इण्डियन एक्सप्रेस में एक्ट्स मिनिस्ट्रीज (चर्च का भाग) का काफी बड़ा अंश है।
इनाडूः इसका नियंत्रण अभी भी भारतीय रामोजी राव के हाथ में है।
आन्ध्र ज्योतिः हैदराबाद के प्रमुख मुसलिम राजनीतिक दल एमआईएम ने एक कांग्रेस मंत्री के साथ मिलकर इस तेलगू दैनिक को अभी हाल ही में खरीद लिया है।
द स्टेटस्मैनः इसका नियंत्रण कम्युनिस्ट पार्टी के हाथ में है।
कैराली टी.वीः इसका नियंत्रण मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के हाथ में है।
मातृभूमिः मुसलिम लीग और कम्यूनिस्ट नेताओं ने इसमें भारी निवेश कर रखा है।
द एशियन एज और द डेक्कन क्रोनिकलः इसका नियंत्रण साउदी अरब की एक कम्पनी के हाथ में है।
मलयालम मनोरमाः केरल का प्रमुख समाचार पत्र समूह केरल में कोच्चि स्थित मैथ्यू परिवार के नियंत्रण में है।
एनडीटीवीः इसे स्पेन स्थित गॉस्पेल्स ऑफ चैरिटी से आर्थिक सहायता प्राप्त होती है। हाल ही में पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने इस चैनल को पाकिस्तान में प्रसारित होने की छूट दी है, जिसके परिणामस्वरूप इस चैनल ने पाकिस्तान के प्रति नरम रवैया अपना रखा है। इसी के साथ एन.डी.टी.वी के स्वामी प्रणय राय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव प्रकाश करात के रिश्तेदार भी हैं।
सीएनएन/आईबीएन: इसे नाउदर्न बैपटिस्ट चर्च शत-प्रतिशत आर्थिक सहायता प्रदान करता है और समस्त विश्व में इसकी शाखाएँ हैं तथा इसका मुख्यालय अमेरिका में है। यह चर्च प्रति वर्ष अपने चैनल के विस्तार के लिए 800 मिलियन डॉलर खर्च करता है। भारत में इसके प्रमुख राजदीप सरदेसाई हैं।
टाइम्स ग्रुपः द टाइम्स ऑफ इण्डिया, मिड डे, नवभारत टाइम्स, स्टार डस्ट, फेमिना, विजय टाइम्स, विजय कर्नाटक, टाइम्स नॉव (24 घण्टे का समाचार चैनल) इस ग्रुप के प्रमुख पत्र-पत्रिकाएँ या चैनल हैं। इस ग्रुप का स्वामित्व बेनेट कोलमैन एण्ड कम्पनी लिमिटेड के पास है। इस ग्रुप को 80 प्रतिशत आर्थिक सहायता वर्ल्ड क्रिश्चियन कांउसिल द्वारा प्राप्त होती है और शेष 20 प्रतिशत एक अंग्रेज तथा एक इतालवी व्यक्ति द्वारा दी जाती है। इतालवी राबर्टियो मिण्डो श्रीमती सोनिया गाँधी का करीबी रिश्तेदार है।
स्टार टीवीः एक आस्ट्रेलियाई इसका संचालन करता है, जिसे मेलबार्न स्थित सेन्ट पीटर्स पोन्टीफिकल चर्च द्वारा सहायता प्राप्त होती है।
हिन्दुस्तान टाइम्सः मूलरूप में बिरला ग्रुप के स्वामित्व में था परन्तु अब यह टाइम्स ग्रुप के साथ सहयोग में चल रहा है।
द हिन्दूः 125 वर्ष पूर्व आरम्भ हुआ यह समाचार पत्र कुछ दिन पूर्व स्विटजरलैण्ड में बर्न की जोशुआ सोसायटी द्वारा अपने हाथ में ले लिया गया है।
द इण्डियन एक्सप्रेसः यह द इण्डियन एक्सप्रेस और द न्यू इण्डियन एक्सप्रेस नामक दो समूहों में विभाजित है। द न्यू इण्डियन एक्सप्रेस दक्षिण का संस्करण है। द इण्डियन एक्सप्रेस में एक्ट्स मिनिस्ट्रीज (चर्च का भाग) का काफी बड़ा अंश है।
इनाडूः इसका नियंत्रण अभी भी भारतीय रामोजी राव के हाथ में है।
आन्ध्र ज्योतिः हैदराबाद के प्रमुख मुसलिम राजनीतिक दल एमआईएम ने एक कांग्रेस मंत्री के साथ मिलकर इस तेलगू दैनिक को अभी हाल ही में खरीद लिया है।
द स्टेटस्मैनः इसका नियंत्रण कम्युनिस्ट पार्टी के हाथ में है।
कैराली टी.वीः इसका नियंत्रण मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के हाथ में है।
मातृभूमिः मुसलिम लीग और कम्यूनिस्ट नेताओं ने इसमें भारी निवेश कर रखा है।
द एशियन एज और द डेक्कन क्रोनिकलः इसका नियंत्रण साउदी अरब की एक कम्पनी के हाथ में है।
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